आवश्यकता !
Posted onकहते हैं, आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है, इसका अर्थ है कि जब जीवित रहने के लिए कुछ जरूरी हो जाता है तो मानव किसी भी तरह से उसे प्राप्त करने के लिए जुट जाता है।
कहते हैं, आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है, इसका अर्थ है कि जब जीवित रहने के लिए कुछ जरूरी हो जाता है तो मानव किसी भी तरह से उसे प्राप्त करने के लिए जुट जाता है।
कहते हैं, आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है, इसका अर्थ है कि जब जीवित रहने के लिए कुछ जरूरी हो जाता है तो मानव किसी भी तरह से उसे प्राप्त करने के लिए जुट जाता है।